बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और कद़दावर नेता लालू प्रसाद को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। उन्हें चाईबासा मामले में जमानत दे दी गई है। इसके बावजूद लालू प्रसाद अभी राहत नहीं ले पाएंगे। उन्हें जेल में ही रहना होगा, क्योंकि दुमका कोषागार मामला अभी लंबित है।
लालू प्रसाद यादव को बेल मिलने के बाद भी जेल से बाहर न आ पाने पर राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह राजद के लिए झटके से कम नहीं है। चाईबासा ट्रेजरी केस में लालू प्रसाद ने आधी सजा पूरी कर लेने का हवाला देते हुए जमानत के लिए अर्जी डाली थी। पिछली सुनवाई में सीबीआई ने कहा था कि अभी आधी सजा पूरी होने में 26 दिन बाकी है। इसके बाद मामले की सुनवाई 9 अक्टूबर तक के लिए टाल दी गई थी। आज लालू प्रसाद को चाईबासा केस में जमानत मिल गई है। हालांकि एक अन्य मामले में जमानत नहीं मिलने की वजह से फिलहाल उन्हें जेल में ही रहना होगा और उनकी रिहाई नहीं होगी।
जानकारी के मुताबिक, अंतिम मामले में जमानत एक महीने बाद मिलेगी। सभी मामलों में उन्हें जमानत आधी सजा जेल में काटने की वजह से मिल रही है। बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर उनके द्वारा चुनाव प्रचार किए जाने की अटकलें लगाई जा रही थी। इस पर एक तरह से विराम लग गया है। 28 अक्टूबर को बिहार में मतदान है। एक महीने बाद उन्हें दुमका कोषागार मामला में ज़मानत मिल भी जाती है तब तक तीन चरण का मतदान ख़त्म हो चुका होगा। बिहार विधानसभा चुनाव के लिहाज से लालू प्रसाद की जमानत को काफी अहम माना जा रहा था। मगर राजद को कोई राहत नहीं मिली है। लालू को अभी जेल में ही रहना पड़ेगा।