उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में रविवार को एक महिला ने अपनी छह साल की बेटी के हाथ पैर बांध कर जिदा जला दिया। बेटी का कुसूर इतना था कि वह मां के मना करने के बाद घर के बाहर खेलने चली गई। बच्ची के घर से बाहर जाने पर गुस्साई मां आपा खो बैठी और बेटी की पिटाई की। हाथ-पैर बांध दिए। इससे भी गुस्सा कम न हुआ तो सैनिटाइजर डालकर बेटी को जिदा जला दिया। खुद भी झुलस गई। पुलिस से बचने के लिए रात में ही बच्ची का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने चिता की राख से बच्ची की हडि्डयां डीएनए टेस्ट के लिए बरामद की हैं। आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया है।
किसान भानुप्रताप की छह वर्षीय बेटी वंदिनी शाम को घर के बाहर अन्य बच्चों के साथ खेल रही थी। उसका बच्चों से विवाद हो गया। बच्ची रोती हुई घर आई तो मां आशा इसलिए नाराज हो गई कि उसने घर से बाहर जाने से मना किया था। बेटी को डांटा और साड़ी से हाथ-पैर बांध दिए। फिर रसोई से लाकर सैनिटाइजर बच्ची पर उड़ेल दिया और आग लगा दी। आग की उठती लपटें और शोर सुनकर आसपास के लोग घर के बाहर एकत्रित हो गए। आग में आशा के भी दोनों हाथ झुलस गए।
पड़ोस के लोगों के साथ आशा बेटी को सीएचसी ले गई। यहां चिकित्सकों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। बच्ची का रात में ही अंतिम संस्कार कर दिया। 24 घंटे बाद इसकी जानकारी पुलिस को हो सकी। तीन भाई-बहनों में वंदिनी सबसे छोटी थी। पिता भानु ने पुलिस को बताया कि वह घर पर नहीं था। एसपी देहात पलाश बंसल ने बताया कि आरोपी महिला के खिलाफ उसके पति ने मुकदमा पंजीकृत कराया है। महिला से पूछताछ की जा रही है।