नवरात्र के नौ दिनों में आज अष्टमी के दिन का विशेष महत्व है। आज अष्टमी के दिन मां महागौरी का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि इनकी पूजा से सभी प्रकार के कष्ट दूर हो जाते हैं। इसे दुर्गा अष्टमी और महाअष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। आज के दिन मां का विशेष श्रृंगार कर हवन करना चाहिए।
पूजा विधि:
आज मां की पूजा के समय उन्हें लाल चुनरी ओढ़ाएं। इसके बाद सुहाग और श्रृंगार की सारी सामग्री देवी को अर्पित कर दें। इसके बाद मां की धूप व दीप से आरती उतारें, कथा सुनें, इनके सिद्ध मंत्रों का जाप करें और अंत में आरती उतारें।
नवरात्र की अष्टमी तिथि को मां को नारियल का भोग लगाना फलदायी माना जाता है। इस दिन यदि आप कन्या पूजन कर रहे हैं तो कम से कम आठ कन्याओं की पूजा करनी चाहिए। साथ में एक लांगूर जरूर हो। अष्टमी के दिन जो भक्त कन्या पूजन करते हैं, वह माता को हलवा-पूड़ी, सब्जी और काले चने का प्रसाद बनाकर चढ़ाते हैं। इसके बाद ये प्रसाद कन्याओं को भोजन स्वरूप में देते हैं। आज के दिन कन्या भोज करने का भी बड़ा महत्व है।
इस मंत्र का करें जप
ॐ देवी महागौर्यै नमः॥