कहा जाता है कि प्यार और जंग में सब जायज है। शायद यही कारण है कि प्यार न देशों की सीमा में बंधता है और न ही दो देशों की लड़ाई प्यार को रोक सकती है। इसका उदाहरण हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में देखने को मिला। एक तरफ जहां रूस और यूक्रेन में कई महीने से भीषण युद्ध जारी है। दूसरी ओर भारत के हिमाचल में रूस के युवक और यूक्रेन की युवती ने शादी रचाकर दोनों देशों को शांति का संदेश दिया है। दोनों ने भारतीय संस्कृति से प्रेरित होकर हिंदू संस्कृति से विवाह की रस्में निभाईं।
रूस के युवक सिर्गी नोविका और यूक्रेन की युवती एलोना ब्रोमोका ने धर्मशाला के समीप खड़ौता (खनियारा) के राधा कृष्ण मंदिर में सात फेरे लिए। सिर्गी नोविका ने इजरायल की नागरिकता हासिल कर ली है।
सिर्गी नोविका और ब्रोमोका कुछ समय से मैक्लोडगंज के साथ लगते धर्मकोट के एक होम स्टे में रह रहे थे। यहां दोनों का प्रेम प्रसंग शुरू हुआ और हिंदू रीति रिवाज के अनुसार, विवाह बंधन में बंधे। मंदिर में हुई शादी में होम स्टे का मालिक विनोद, उसके परिवार के सदस्य व अन्य मित्र शामिल हुए। इस दौरान वर और वधू पक्ष के कुछ मित्र बराती बनकर मंदिर पहुंचे तो कुछ ने वधू पक्ष का जिम्मा संभाला। पंडित रमन शर्मा और संदीप शर्मा के सानिध्य में विवाह की रस्में करवाई गईं।