छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह पर हमले के बाद राजनीति तेज
रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधायक बृहस्पति सिंह पर हमले के बाद राजनीति तेज हो गई है। आदिवासी नेता और वरिष्ठ विधायक बृहस्पति सिंह से 12 एमएलए मिलने पहुंचे। बृहस्पति सिंह के घर पर करीब दो दर्जन विधायक जुटे रहे। इस दौरान विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि महाराजा हैं मेरी हत्या भी करा सकते हैं। कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे जान का खतरा है। मुझ पर हमले के पीछे मंत्री टीएस सिंहदेव का हाथ है। महाराजा हैं मेरी हत्या करा सकते हैं। हत्या कराने से अगर सिंहदेव मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो उन्हें ये पद मुबारक हो. मंत्री सिंहदेव कांग्रेस विधायकों का अपमान करते हैं। बृहस्पति सिंह ने कहा कि सभी विधायकों ने जाना की क्या कुछ घटना हुई है। पीएल पुनिया से अनुरोध करेंगे कि जो मंत्री छवि खराब कर रहे हैं, उन्हें बाहर का रास्ता दिखाएं। गुंडागर्दी करने वाले विधायक और मंत्री को कार्रवाई हो. आदिवासी विधायक हूं, मेरी भी मान सम्मान है। सोनिया और राहुल गांधी से शिकायत कर रहा हूं. विधायक दल की बैठक में अपनी बात रखूंगा। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया, विधानसभा अध्यक्ष, विधानसभा उपाध्यक्ष से मैं शिकायत करूंगा. मुझे लगता है कि जिससे सरकार की छवि खराब हो ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बृहस्पति सिंह ने कहा कि अपने परिवार के भतीजे से वो हमला करवा रहे हैं। वो कभी भी मेरे ऊपर हमला करा सकते हैं. बीजेपी क्या सोचती है मुझे नहीं मालूम. कोई भी व्यक्ति दहशत और भय फैलता है। हमला करता है। पार्टी उस पर कार्रवाई करे। पीएल पुनिया के माध्यम से राहुल गांधी को पत्र भेजेंगे। बता दें कि जो विधायक मिलने आए थे, सभी विधायक वरिष्ठ विधायक बृहस्पति सिंह के पक्ष में हैं। सभी उनका साथ दे रहे हैं।
तीन आरोपी गिरफ्तार
रामानुजगंज विधायक बृहस्पति सिंह के काफिले पर हुए हमले के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बृहस्पति सिंह के काफिले पर अंबिकापुर में देर रात हमला किया गया था। विधायक ने हमले के पीछे स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव के परिजनों के शामिल होने की आशंका जताई है। वहीं मंत्री सिंहदेव ने इस तरह के वारदात को बर्दाश्त से लायक नहीं बताया है। मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सचिन सिंहदेव के साथ तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। विधायक बृहस्पति सिंह ने काफिले के हमले को लेकर कहा कि कुछ दिनों पूर्व अंबिकापुर के सर्किट हाउस में आकर उन्होंने प्रेस वार्ता कर मुख्यमंत्री पद के ढाई ढाई साल पर बयान दिया था। हो सकता है कि इससे नाराज होकर स्वास्थ्य मंत्री के परिजनों ने नाराज होकर मुझ पर हमला किया हो।
विधायक ने कॉल रिसीव नहीं किया
वहीं स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि मेरी पुलिस अधीक्षक से बात हुई है। उनसे मैंने कहा कि मामले में शामिल आरोपियों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की जाए. इस तरह की वारदात बर्दाश्त के लायक नहीं है। मैंने विधायक बृहस्पति सिंह से भी बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया।