अफगानिस्तान में तालिबान के बदले की कार्रवाई की आशंका और कठोर इस्लामिक कानून के डर से अफगानी किसी भी तरह देश छोड़कर भाग जाना चाहते हैं। इसके चलते एयरपोर्ट के बाहर हजारों की भीड़ जमा हो गई है। उन पर तालिबान आतंकियों का जोर जुल्म बढ़ते जा रहा है। राजधानी काबुल में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के बाहर अराजकता और अफरा-तफरी का माहौल है।
ब्रिटिश सेना के मुताबिक लोगों को डराने और भगाने के लिए तालिबान आतंकियों ने फायरिंग की, जिसके बाद भगदड़ मच गई और कुचलकर सात लोगों की जान चली गई। काबुल एयरपोर्ट के बाहर हालात बहुत ही खराब हो गए हैं। देश छोड़ने की आशा में भारी संख्या में लोग एयरपोर्ट के बाहर जमा हो रहे हैं। लोगों को बाहर जाने से रोकने के लिए तालिबान आतंकी उन पर जुल्म ढा रहे हैं। लोगों को मारा-पीटा जा रहा है। उन्हें भगाया जा रहा है। जब लोग एयरपोर्ट में घुसने की कोशिश कर रहे थे, तब तालिबान ने उन्हें डराने के लिए हवा में फायरिंग की। इसके वहां भगदड़ मच गई और उसमें सात लोगों की मौत हो गई है।
अमेरिकी फौज के साथ एयरपोर्ट की सुरक्षा में तैनात नाटो के मुताबिक अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद के सात दिनों में 20 लोगों की जान जा चुकी है, जिनमें से कुछ लोगों की मौत फायरिंग में हुई तो कुछ की भगदड़ में कुचलने से।