इस सप्ताह शेयर बाजारों की चाल वैश्विक रुझानों, कंपनियों के तिमाही नतीजों और विदेशी संस्थागत निवेश्ाकों (एफआइआइ) के रुख से तय होगी। साथ ही विश्लेषकों ने यह भी कहा है कि मासिक डेरिवेटिव सौदों के निपटान के कारण समीक्षाधीन सप्ताह में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। गण्ातंत्र दिवस पर बुधवार को शेयर बाजार बंद रहेंगे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजित मिश्रा ने कहा, ‘अवकाश के चलते यह सप्ताह छोटा है और घटनाओं तथा आंकड़ों के लिहाज से महत्वपूर्ण होने जा रहा है। बाजार सबसे पहले दो बड़ी कंपनियों रिलायंस इंडस्ट्रीज और आइसीआइसीआइ बैंक के परिणामों पर प्रतिक्रिया देगा।” मिश्रा ने कहा कि इस समय अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में वृद्धि के स्तर को लेकर अनिश्चितता से दुनियाभर के बाजारों में डर है और कारोबारियों को 26 जनवरी को तय एफओएमसी (संघीय ओपन मार्केट समिति) की बैठक के नतीजों का इंतजार है। इसके अलावा बाजार की नजर एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, मारुति, सिप्ला, वेदांता और लार्सन एंड टुब्रो जैसी कुछ बड़ी कंपनियों के तिमाही परिण्ााम पर भी होगी। कमजोर वैश्विक धारणा के चलते पिछले सप्ताह बाजार में गिरावट रही। सेंसेक्स में 2,185.85 अंक या 3.57 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि निफ्टी 638.60 अंक या 3.49 प्रतिशत लुढ़क गया।
एलकेपी सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड एस रंगनाथन ने कहा कि एफपीआइ की मुनाफावसूली के चलते सूचकांक में पिछले सप्ताह चार प्रतिशत की गिरावट देखी गई। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के रिसर्च रिटेल हेड सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि सप्ताह के अंत में आए रिलायंस इंडस्ट्रीज और आइसीआइसीआइ बैंक के नतीजे सोमवार को बाजार को दिशा देंगे। इस सप्ताह फेडरल बैंक, भेल, केनरा बैंक और पीएनबी भी अपने तिमाही परिणामों की घोषणा करने वाले हैं।