आयकर विभाग ने तीन दिन तक राजस्थान के तीन बड़े व्यावसायिक समूहों के ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान 1400 करोड़ रुपये से अधिक की अघोषित आय का पता चला। इस कार्रवाई के दौरान आयकर विभाग की टीम को एक समूह के ठिकाने पर गुप्त सुरंग मिली। इस सुरंग में सोने और चांदी के जेवरात सहित महंगे रत्न थे। इसके अलावा कुछ खास दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। आयकर की टीम ने तीनों समूहों के कुल 20 ठिकानों पर छापेमारी की गई है।
आयकर विभाग ने जयपुर के सिल्वर आर्ट समूह, चौरडिया समूह और गोकुल समूह पर कार्रवाई की। इस दौरान सिल्वर आर्ट समूह के यहां गुप्त सुरंग मिली। इसमें जेवरात से भरीं करीब एक दर्जन बोरियां मिलीं। एक पेन ड्राइव और कुछ पुराने जमाने के बही-खाते मिले, जिनमें बहुत छोटे अक्षरों में रकम के लेनदेन का हिसाब लिखा था। कालेधन से जुड़े डिजिटल डेटा को भी हार्ड डिस्क में छिपाकर रखा गया था। कुछ कर्मचारियों के नाम से भी रकम बैंकों में जमा कराने और ब्याज पर लेनदेन करने की बात भी जांच में सामने आई है। समूह के यहां करीब 525 करोड़ के अघोषित लेन-देन से जुड़े दस्तावेज मिले हैं। वहीं, चौरडिया समूह के यहां करीब 650 करोड़ रुपये के लेनदेन का हिसाब मिला है। यह समूह कालोनी विकसित करने के साथ ब्याज पर रकम देने का काम करता है। तीसरा गोकुल समूह भी जयपुर के अलावा प्रदेश के कई शहरों में टाउनशिप विकसित करने का काम करता है। बड़े पैमाने पर जमीनों के खरीदे-बेचने का काम भी इस समूह का है। इस समूह के खातों में भी गड़बड़ी का पता चला है । इस समूह ने 122 करोड़ रुपये ब्याज पर लोगों को दे रखे हैं । तीनों समूहों के यहां 1400 करोड़ से अधिक की अघोषित आय पता चली है।
ऐसे बना रखी थी सुरंग
सिल्वर आर्ट समूह के एक ठिकाने की जांच के दौरान आयकर अधिकारियों की टीम गुप्त सूरंग मिली। इस सुरंग में एक कमरे की दीवार के आगे दूसरी दीवार बनाई गई थी। दोनों दीवारों के बीच एक छोटी सूंरग बनाई गई थी, जिसमें एक व्यक्ति का भी पहुंचना मुश्किल होगा। काफी गहरी इस सूरंग के ऊपर पानी के टैंक जैसा ढक्कन लगा था।