अमेरिका के तीन सांसदों ने एक ऐसे बिल का प्रस्ताव रखा है, जिससे ताइवान पर हमला करने पर चीन के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंध लगाए जा सकें।अमेरिकी संसद के ऊपरी सदन सीनेट के सदस्य रिक स्काट और दो अन्य सदस्यों ने वित्तीय प्रतिबंध अधिनियम के माध्यम से ताइवान के खिलाफ चीनी आक्रमण पर रोक लगाने संबंधी विधेयक पेश किया है। यह प्रस्ताव ऐसे समय लाया गया, जब ताइवान के प्रति चीन का आक्रामक रवैया बढ़ गया है। कुछ विशेषज्ञों ने यह अंदेशा जताया है कि यूक्रेन पर रूस के हमले की तरह चीन भी ताइवान और दक्षिण चीन सागर में अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन कर सकता है। चीन इस द्वीपीय क्षेत्र को अपना मानता है और इस पर बल पूर्वक कब्जे की धमकी भी दे चुका है।
समाचार एजेंसी रायटर के मुताबिक, अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने कहा कि वाशिंगटन औपचारिक रूप से ताइवान को एक देश के रूप में मान्यता दे। 1979 में पीपुल्स रिपब्लिक आफ चाइना को मान्यता देते समय वाशिगटन ने ताइवान के साथ औपचारिक कूटनीतिक रिश्ता खत्म कर दिया था। ताइवान का अधिकृत नाम रिपब्लिक आफ चाइना है।