
उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर में कोतवाली सदर बाजार क्षेत्र के एक व्यक्ति विवेक सिंह की कोरोनाकाल में मौत के बाद ब्लाक प्रमुख निगोही भानु प्रताप सिंह ने उसके बेटे वैभव सिंह की नौकरी लगवाने के नाम पर 10 लाख रूपये लिए थे।करीब साल भर बीतने पर जब रुपये वापस मांगे तो ब्लाक प्रमुख जान से मारने की धमकी देने लगे।
मृतक की पत्नी ऊषा सिंह ने एसपी को इसकी शिकायत एसपी से की है। उधर, ब्लाक प्रमुख भानु प्रताप सिंह ने बताया कि ऊषा सिंह और उनके बेटे वैभव सिंह ने ठेके लेने के दौरान रुपये कम पड़ने की बात कहकर 21 लाख रुपये लिए थे, जिसमें 10 लाख रुपये बड़े भाई सत्यभान के माध्यम से वापस कर दिए थे।
ब्लाक प्रमुख भानु प्रताप सिंह ने बताया कि विवेक सिंह की कोविड के दौरान मौत के बाद एक माह के लिए ऊषा सिंह और उनके बेटे वैभव सिंह ने 21 लाख रुपये मांगे थे। उन्होंने विश्वास में आकर रुपये दे दिए। 26 मई को ब्लाक प्रमुख भानु प्रताप सिंह ने कोतवाली सदर बाजार पुलिस को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि उन्होंने रुपये वापस मांगे तो महिला और उसके बेटे ने कहा कि मुझे गोली मार दो तो उन्होंने कहा कि हम गोली क्यों मार देंगे मुझे मेरे रुपये वापस चाहिये।
इस मामले में कोतवाली सदर बाजार प्रभारी निरीक्षक रविन्द्र सिंह ने बताया कि दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार हैं, इसलिए दोनों पक्षों ने थाने आकर अपनी–अपनी तहरीर दी हैं, अभी आपस में मामला सुलझाने की बातचीत चल रही है।