रायपुर। छत्तीसगढ़ में दो दिनों से राजनीतिक विवाद का विषय बनी सोशल मीडिया टूल किट मामले में रायपुर की सिविल लाइंस पुलिस ने पहली एपफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और अन्य लोगों को आरोपी बनाया है। पुलिस ने यह केस एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा की शिकायत पर दर्ज किया है। भाजपा नेताओं की ओर से कथित टूलकिट सार्वजनिक किए जाने के बाद से ही कांग्रेस मामले में आक्रामक है। एनएसयूआई पदाधिकारियों ने मंगलवार रात रायपुर के सिविल लाइंस थाने पहुंचकर तहरीर दी। उनका कहना था कांग्रेस पार्टी की ख्याति को नुकसान पहुंचाने के लिए डॉ. रमन सिंह, संबित पात्रा और दूसरे भाजपा नेताओं ने सोशल मीडिया के जरिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अनुसंधान विभाग के जाली लेटर हेड पर एक मनगढ़न्त फेक न्यूज साझा कर देश मे सम्प्रदायिकता और हिंसा फैलाने का प्रयास किया है।
हर झूठ का पर्दाफाश होग: रमन सिंह
इस मामले को लेकर डॉ. रमन सिंह ने सोशल मीडिया पर पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने लिखा, कांग्रेस अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने देश तक को बदनाम करने से बाज नहीं आती। कोरोना महामारी से लोगों को बचाने की जगह कांग्रेसी नेता अफवाहें फैलाकर लोगों में डर पैदा कर रहे हैं। वैक्सीन तक को लेकर भ्रम फैला रहे हैं। इनके हर झूठ, हर पाखंड का पर्दाफाश होगा।
-युवा कांग्रेस ने भी थाने में की शिकायत
छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता भी आज रायपुर के सिविल लाइंस थाने में शिकायत लेकर पहुंच गए। युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पूर्णचंद (कोको) पाढ़ी के नेतृत्व में सुबोध हरितवाल, मिलिंद गौतम, अशरफ हुसैन आदि ने भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराअई। उनका आरोप है कि पात्रा ने कांग्रेस के लेटरहैड का दुरुपयोग किया।