हल्द्वानी में एक मदरसे और नमाज स्थल को हटाने के बाद शुरू हुई हिंसा ने काफी उग्र रूप ले लिया। अराजक तत्वों ने पुलिस और नगर निकाय के कर्मचारियों पर हमला बोला और सरकारी और निजी गाड़ियों में आग लगा दी । उपद्रवियों के हमले में 100 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जबकि दो लोगों की मौत की खबर है। यह बवाल तीन घंटे में ही उग्र हो गया और पुलिस वालों के लिए ये तीन घंटे काफी मुश्किल भरे रहे। किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।
अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस की टीम ने बताया कि हम किसी तरह बचकर आए हैं। उपद्रवियों ने जब पथराव शुरू किया तो करीब 20 लोग एक घर में घुस गए। दंगाइयों ने इसके बाहर से उस घर में आग लगाने की कोशिश की और पथराव भी किया। उपद्रवियों ने उसके घर के दरवाजे और खिड़कियों को तोड़ दिया। बड़ी मुश्किल से छिपकर जान बचाकर एक घर से दूसरे घर में छिपते रहे और अपनी टीम को लोकेशन देते रहे। बाद में जब मौके पर पुलिस फोर्स आई तो जान में जान आई। हर गली, छतों से पथराव हो रहा था।
नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने बताया कि हिंसा से जुड़े कई वीडियो मिले हैं। इनमें साफ तौर पर दिख रहा है कि उपद्रवियों ने अकारण पुलिस और निकाय टीम पर हमला किया है। जब टीम शांतिपूर्ण तरीके से अतिक्रमण हटा रही थी, तभी कुछ लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। इस भीड़ को पुलिस की टीम ने किसी तरह तितर-बितर कर दिया, लेकिन कुछ ही देर बाद दूसरी भीड़ आई और आगजनी शुरू कर दी। इन लोगों के पास पेट्रोल बम भी थे।