अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले की मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जागृत हिंदू मंच की ओर से दीपोत्सव और हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा। मंच के संरक्षक एवं भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता ने बताया कि इस दौरान दुर्गेश केसवानी ने कहा कि बैकुंठ चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु ने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए अपने नयन कमल अर्पित किए थे। इसी दिन भगवान शिव प्रसन्न हुए थे।
उन्होंने कहा कि अब जब हिंदू समाज की 500 साल के संघर्ष एवं बलिदान के बाद जब राम जन्मभूमि मुक्त हुई और अब उस पर भव्य मन्दिर बनकर तैयार हो रहा है। 22 जनवरी 2024 को भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इस खुशी के मौके पर भोपाल शहर के तमाम सनातनी हिन्दू 26 नवंबर को बैकुंठ चतुर्दशी के मौके पर अपनी खुशी का इजहार करते हुए शीतल दास की बगिया में लाखों दीपदान कर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे।