रूसी सेना डोनबास के सबसे बड़े शहर सीविरोडोनेस्क में प्रवेश कर गई है। कई दिन से उठ रही इस तरह की चर्चाओं की सोमवार को लुहांस्क के गवर्नर सेरही गैदाई ने पुष्टि कर दी। वहां पर रूस और यूक्रेन की सेनाओं के बीच भीषण लड़ाई चल रही है जिससे शहर को भारी नुकसान हो रहा है। शहर से ज्यादातर नागरिक भागकर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैैं, जो बचे हैैं उनका एक-एक पल काटना मुश्किल हो रहा है। वहां पर हफ्तों से छिड़ी लड़ाई से खाने-पीने के सामान और अन्य आवश्यक वस्तुओं की किल्लत हो गई है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा है कि सीविरोडोनेस्क पर कब्जा करना हमलावरों का मूल उद्देश्य है। वह उसे प्राप्त करने के लिए हर संभव उपाय करेंगे। शहर का 90 प्रतिशत हिस्सा नष्ट हो चुका है। दो तिहाई आवासीय इमारतें पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी हैैं। रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि डोनबास की आजादी मास्को की सर्वोच्च प्राथमिकता है। विदित हो कि सिवरस्की डोेनेट्स नदी के दोनों किनारों पर बसे सीविरोडोनेस्क और लिसीचांस्क शहरों पर कब्जा होने से रूस के पास लुहांस्क प्रांत का नियंत्रण आ जाएगा।
इस बीच रूसी कब्जे में आए खेरसान शहर को वापस लेने के लिए यूक्रेनी सेना और लड़ाकों की कोशिश बढ़ रही है। कुछ दिन शांत रहने के बाद वे वापस लड़ाई के लिए आ जुटे हैैं। यूक्रेन ने कहा है कि उसने रूसी सेना को धकेलकर इलाके के तीन गांवों का कब्जा वापस प्राप्त कर लिया है। जबकि रूस पर नए प्रतिबंधों पर विचार के लिए यूरोपीय यूनियन के नेता मंगलवार को ब्रसेल्स में फिर से बैठक करेंगे। इस दौरान तेल आयात में कटौती पर निर्णय हो सकता है।