छत्तीसगढ़ में बरसात के दिनों में घरों में सड़कों पर सांप का निकल आना आम बात है। अक्सर सांप के डसने और सर्पदंश से मौत की खबर भी आती है। आमतौर पर लोग जहां सांप को देखकर डर जाते हैं, वहीं कुछ लोग उसे मार डालते हैं। इस सबके बीच एक सर्प मित्र न केवल सांपों का जीवन बचाने में जुटा है, वहीं लोगों के घरों और सड़कों को सर्प मुक्त बनाने का काम कर रहा है। वह सांपों को पकड़कर जंगल में छोड़ देता है।
पेंड्रा के रहने वाले द्वारिका कोल गत कई वर्षों से लोगों को सर्प से भय से मुक्त रहे हैं। कोल ने सर्पमित्र की पूरी टीम बना रखी है। इस टीम में गौरेला क्षेत्र के सर्पमित्र भी इनकी टीम में हैं। जिस घर में सांप दिखता है द्वारिका कोल के पास फोन आ जाता है और वह जल्द से जल्द मौके पर पहुंचकर सांप को पकड़ कर जंगल में छोड़ देते हैं। अभी तक उन्होंने कई सैंकड़ों सांपों को पकड़कर लोगों को सर्प भय मुक्त कर चुके हैं। इन सांपों को पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया जाता है। एक सर्पमित्र को एक बार सांप ने गंभीर रूप से घायल भी कर लिया था, परंतु लोगों का आशीर्वाद था और वह आज भी स्वस्थ होकर फिर से सांपों को पकड़ने का कार्य कर रहे हैं।