इस सप्ताह आम बजट, वृहद आर्थिक आंकड़े, कंपनियों के तिमाही नतीजे और वैश्विक रुख बाजार को दिशा देंगे। पिछले सप्ताह शेयर बाजार पर यूएस फेडरल रिजर्व की बैठक और रूस-यूक्रेन तनाव का असर दिखा था। बीते सप्ताह कम कारोबारी सत्रों में बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,836.95 अंक या 3.11 प्रतिशत गिर गया था।
रेलिगेयर ब्रोकिंग वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च अजित मिश्रा ने कहा, यह हफ्ता न केवल शेयर बाजार के लिए, बल्कि व्यापक रूप से अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है। एक फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा। उम्मीद है कि सरकार विकास के एजेंडे पर आगे बढ़ेगी साथ ही राजकोषीय मजबूती केलिए रूपरेखा भी लाएगी। यह सप्ताह वाहन कंपनियों के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। एक फरवरी को वाहन कंपनियां अपने मासिक बिक्री के आंकड़े पेश करेंगी। इस सप्ताह मैन्यूफैक्चरिंग और सर्विस पीएमआइ के भी आंकड़े आने हैं। बजट वैश्विक बिकवाली के बीच घरेलू बाजारों के लिए आगे की दिशा निर्धारित करेगा। ऐसा देखा गया है कि ‘बजट वीक” के दौरान बाजार में अस्थिरता रहती है, इसलिए बाजार भागीदारों को सतर्क रुख अपनाना चाहिए।
स्वस्तिका इन्वेस्टमार्ट के रिसर्च हेड संतोष मीणा ने कहा, यह सप्ताह बजट की वजह से बहुत महत्वपूणर््ा और बेहद अस्थिर होने जा रहा है। हालांकि इस बार अच्छी बात यह है कि बाजार बजट को लेकर हल्के रुझान के साथ आगे बढ़ रहा है। ऐसे में बजट बाद बाजार में तेजी की संभावना है। इसी तरह की प्रवृत्ति पिछले साल दिखाई दी थी। मीणा ने कहा कि बजट के अलावा वैश्विक संकेतक बहुत महत्वपूर्ण होंगे। वैश्विक बाजार ब्याज दरों में वृद्धि के परिदृश्य के लिए खुद को तैयार कर रहा है, लेकिन जियोपालिटिकल अनिश्चितता एक और बड़ी चिंता है।