एक महिला सांसद ने संसद के अंदर रो-रोकर कहा कि संसद में उनका यौन उत्पीड़न किया गया। यह इमारत महिलाओं के काम करने के लिए सेफ नहीं है। महिला सांसद की रोती तस्वीर पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बनी हुई है। पीड़ित सांसद ने कहा कि मैं जानती हूं कि मेरे जैसे और भी पीड़ित हैं लेकिन अपने करियर के कारण सामने नहीं आए।
ऑस्ट्रेलियाई सांसद लीडिया थोर्प ने आरोप लगाया कि संसद में उनका यौन उत्पीड़न किया गया। ये इमारत महिलाओं के काम करने के लिए सेफ नहीं है और ये कहते हुए वह रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि उनके ऊपर गंदी टिप्पणियां की गई। एक सीढ़ी के पास उनको घेर लिया गया और गलत तरीके से छुआ गया।
थोर्पे ने रूढ़िवादी डेविड वैन के खिलाफ आरोप लगाए हैं। हालांकि डेविड वैन ने सिरे से इन आरोपों को खारिज कर दिया है। वैन का कहना है कि इन आरोपों की वजह से वह टूट गए हैं और बहुत परेशान हैं। आरोप पूरी तरह से झूठे हैं। हालांकि लिबरल पार्टी ने वैन को पार्टी से सस्पेंड कर दिया है।
थोर्प ने कहा कि हर किसी के लिए यौन उत्पीड़न का मतलब अलग-अलग है। मेरे साथ जो हुआ वो मैं बताती हूं। मेरे साथ जबरदस्ती की गई। मुझे गलत तरीके से छुआ गया। मैं ऑफिस के गेट से बाहर निकलने से डरती थी। पहले मैं दरवाजें को थोड़ा सा खोलती थी। उसके बाद बाहर देखती थी कि कहीं कोई है तो नहीं। जब मुझे रास्ता साफ दिखता था तब मैं बाहर निकलती थी। मैं इस हद तक डर गई थी कि जब इमारत के अंदर जाती थी तो किसी को साथ लेकर जाती थी।