कर्नाटक के उडुपी जिले के कुडापुर प्री-यूनिवर्सिटी कालेज में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर एक महीने से ज्यादा समय से चल रहा विवाद अब राज्य के दूसरे हिस्सों में पहुंच गया है। शिवमोगा जिले के भद्रावती में एम. विश्वेश्वरैया सरकारी कला एवं वाणिज्य कालेज में भी हिजाब पर विवाद पैदा हो गया। कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा जनार्दन ने कहा कि स्कूलों में बच्चियां न तो हिजाब पहनकर आएं और न ही भगवा शाल में आएं। काेई भी अपनी धार्मिक परंपरा का पालन करने के लिए स्कूल नहीं आए। उन्होंने पुलिस से देश की एकता को नजरअंदाज करने का प्रयास कर रहे धार्मिक संगठनों पर नजर रखने के लिए कहा।
कुंडापुर प्री-यूनिवर्सिटी कालेज की 27 मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर कक्षा में आईं जिसके जवाब में हिदू छात्राओं ने भी भगवा शाल ओढ़ रखा था। मुस्लिम छात्राओं के अभिभावकों के साथ भाजपा विधायक हालादि श्रीनिवास शेट्टी की अध्यक्षता में इस मुद्दे पर बैठक बेनतीजा रही। शेट्टी ने अब राज्य के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप की मांग की है। शिक्षा मंत्री ने कालेज के अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कह दिया है कि छात्राएं केवल यूनिफार्म में आ सकती हैं। न तो वे हिजाब पहनकर आ सकती हैं और न ही भगवा शाल की अनुमति दी जाएगी।
हिदू जागरण वेदिका के नेता जगदीश कुक्केहाली ने कहा कि यदि मुस्लिम छात्राएं हिजाब के बगैर कक्षा में आएं तो हिदू छात्राएं भगवा शाल हटाने के लिए तैयार हैं। यदि मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनना जारी रखती हैं तो हिदू छात्राएं भी भगवा शाल के साथ कक्षा में आएंगी।
शिवमोगा जिले के भद्रावती में एम. विश्वेश्वरैया सरकारी कला एवं वाणिज्य कालेज परिसर में तनाव व्याप्त रहा। कालेज के अधिकारियों ने कहा कि 2010 से ही यूनिफार्म कोड लागू है। छात्रों को अनिवार्य रूप से यूनिफार्म में ही आना है। मुस्लिम छात्राओं के लिए अलग से कमरे की व्यवस्था की गई है जहां वे हिजाब हटाकर यूनिफार्म पहनकर कक्षा में आ सकती हैं। हिंदू छात्राओें की मांग है कि यदि हिजाब और बुर्का को अनुमति है तो भगवा शाल को भी अनुमति दी जानी चाहिए।